# गुप्त वंश (गुप्त साम्राज्य) कालीन छत्तीसगढ़ | Chhattisgarh Me Gupta Vansh Samrajya

गुप्त वंश कालीन छत्तीसगढ़ : तीसरी शताब्दी के अंत तक और चौथी शताब्दी के प्रारंभ में उत्तर भारत में कोई राजनीतिक शक्ति नहीं थी। पूरा देश कई छोटे-छोटे नृपतंत्रो और प्रजातंत्र राज्यों में बंट गया था, ऐसी परिस्थिति का लाभ उठाकर साकेत प्रयाग क्षेत्र के आसपास श्री गुप्त नामक राजा ने एक राजतंत्र की स्थापना … Read more

# कल्चुरि वंश की रतनपुर शाखा | Ratanpur Shakha Kalchuri Vansh

रतनपुर शाखा : कल्चुरि वंश : वामराजदेव त्रिपुरी के कल्चुरि राज्य का संस्थापक था, किंतु स्थायी रूप से राजधानी स्थापित करने का श्रेय कोकल्लदेव प्रथम (875 – 900 ई.) को दिया जाता है। त्रिपुरी के कल्चुरियों ने लगभग नौवीं शताब्दी के अंत तक छत्तीसगढ़ (दक्षिण कोसल) में अपनी सत्ता स्थापित करने में सफल रहे। कोकल्लदेव … Read more

# मौर्य कालीन छत्तीसगढ़ (Mourya Kalin Chhattisgarh)

मौर्य कालीन छत्तीसगढ़ : भारतीय इतिहास में मौर्य काल का महत्वपूर्ण स्थान रहा है। इसी वंश के सम्राट चन्द्रगुप्त को भारत का प्रथम ऐतिहासिक सम्राट होने का गौरव प्राप्त है। चन्द्रगुप्त के पश्चात उसका पुत्र बिंदुसार सिंहासन पर बैठा, उसने अपने राज्य की सीमा दक्षिण की ओर बढ़ाई। जब उसका पुत्र अशोक ई. पू. 272 … Read more

# छत्तीसगढ़ में कल्चुरि वंश का इतिहास (Kalchuri Vansh In Chhattisgarh)

कल्चुरि राजवंश : छत्तीसगढ़ (छत्तीसगढ़ में कल्चुरि वंश) ईसवी सन्‌ 875 के लगभग कल्चुरि वंश के प्रवर्तक कोकल्लदेव के राजत्व का पता लगता है, इसके पूर्व कलचुरियों का क्या इतिहास था यह विषय अनिश्चित तथा विवादपूर्ण है। कल्चुरि शासक अपने आपको हैह्यवंशी भी कहते थे, इनकी राजधानी माहिष्मती थी। इस नगरी का नाम “माहिष्मती” संस्थापक हैह्यवंशी … Read more

# प्रागैतिहासिक कालीन छत्तीसगढ़ (प्राचीन छत्तीसगढ़ : इतिहास)

प्रागैतिहासिक कालीन छत्तीसगढ़ : वर्तमान छत्तीसगढ़ प्रागैतिहासिक काल से ही मानव आवास का क्षेत्र रहा है। इस कालखंड के कोई लिखित साक्ष्य उपलब्ध नहीं है, लेकिन इस समय के पुरातात्विक साधन जैसे शैलचित्र, औजार आदि इसका प्रमाण देते है। पूर्व पाषाण युग के औजार महानदी घाटी तथा रायगढ़ जिला के सिंघनपुर गुफाओं से प्राप्त हुए … Read more

# वैदिक (रामायण एवं महाभारत) कालीन : छत्तीसगढ़ इतिहास

छत्तीसगढ़ राज्य की वैदिक कालीन इतिहास छत्तीसगढ़ राज्य की वैदिक कालीन इतिहास को रामायण काल एवं महाभारत काल  इतिहास के रूप में देखा जा सकता है। पूर्व वैदिक काल के स्त्रोतों में छत्तीसगढ़ क्षेत्र की कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है, लेकिन उत्तर वैदिक काल में इस क्षेत्र का उल्लेख मिलता है। इस काल में नर्मदा … Read more