# छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण, ऐतिहासिक पृष्ठभूमि – छत्तीसगढ़ इतिहास | Chhattisgarh Rajya Nirman

छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि यदि राज्य के रूप में छत्तीसगढ़ निर्माण की अवधारणा का बीजारोपण देखें तो छत्तीसगढ़ राज्य का भी ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य में अपना स्वतंत्र इतिहास रहा है। छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण का इतिहास पहले छत्तीसगढ़ का क्षेत्र मराठों के अधीन नागपुर राज्य का हिस्सा था जिसे डलहौजी के हड़प नीति (1854) के … Read more

# छत्तीसगढ़ के लोक पर्व | छत्तीसगढ़ के प्रमुख तीज एवं त्यौहार, उत्सव | Chhattisgarh Ke Tihar

किसी भी क्षेत्र के संस्कृति के विकास में स्थानीय त्योहारों का विशेष योगदान होता है, ये संस्कृति को जीवंत स्वरूप प्रदान करता हैं। पर्वों की दृष्टि से छत्तीसगढ़ वर्ष के बारहों महीने कोई न कोई पर्व मनाता रहता है, जो यहाँ की सांस्कृतिक भावों को उल्लासित करते रहते हैं। कुछ प्रमुख स्थानीय त्योहारों का विवरण … Read more

# छत्तीसगढ़ में शरभपुरीय वंश | Sharabhpuriya Dynasty In Chhattisgarh | Sharabhpuriya Vansh

छत्तीसगढ़ में शरभपुरीय वंश (Sharabhpuriya Dynasty) : लगभग छठी सदी के पूर्वार्द्ध में दक्षिण कोसल में नए राजवंश का उदय हुआ। शरभ नामक नरेश ने इस क्षेत्र में अपनी राजधानी बनाई। राजधानी का नाम उसी के नाम पर शरभपुर रखा गया तथा यह राजवंश शरभपुरीय राजवंश कहलाया। इस राजवंश के शासकों का सही कालखंड निर्धारण … Read more

# छत्तीसगढ़ की लोक कथाएं एवं लोक नाट्य | छत्तीसगढ़ की लोक गाथा | Folk Tales And Folk Drama of Chhattisgarh

छत्तीसगढ़ के लोक संस्कृति में सृष्टि के रहस्यों से लेकर प्राचीन तत्त्वों एवं भावनाओं के दर्शन होते रहे हैं। अलौकिकता, रहस्य, रोमांच इसकी रोचकता को बढ़ाते हैं। लोककथाएँ, लोकमानस की मूल भावना के रूप को स्थूल प्रतीकों के माध्यम से अभिव्यक्त करती रही है, वहीं लोकनाट्य छत्तीसगढ़ के पौराणिक, सामाजिक और सांस्कृतिक रूप को प्रत्यक्ष … Read more

# भाषा व्यक्ति के लिये क्यों आवश्यक है | भाषा का महत्व/आवश्यकता

भाषा का महत्व एवं आवश्यकता : सामान्य रूप से भाषा एवं व्यक्ति के सम्बन्ध को महत्वपूर्ण रूप में नहीं देखा जाता। किसी व्यक्ति से मिलने के पश्चात् हम कहते हैं कि इस व्यक्ति का व्यक्तित्व प्रभावशाली है। लेकिन जब इस कथन का विश्लेषण किया जाय तथा यह पता लगाने का प्रयास किया जाय कि इस … Read more

# ऑगस्ट कॉम्टेे का जीवन परिचय, कृतियां एवं समाजशास्त्र (Auguste Comte)

ऑगस्ट कॉम्टेे का जीवन परिचय : सामाजिक घटनाओं के व्यवस्थित अध्ययन की नींव डालने में जिन प्रमुख विद्वानों ने योगदान किया, उनमें फ्रांस के दार्शनिक ऑगस्ट कॉम्टेे का नाम सर्वोपरि है। कॉम्टे वह पहले विचारक थे जिन्होनें सामाजिक चिन्तन को एक व्यवस्थित क्रमबद्धता में संयोजित करके समाजशास्त्रीय चिन्तन की परम्परा आरम्भ की, इसी योगदान के … Read more