# कार्ल मार्क्स के सामाजिक स्तरीकरण का सिद्धान्त | Karl Marx’s Theory of Social Stratification

कार्ल मार्क्स के सामाजिक स्तरीकरण का सिद्धान्त – कार्ल मार्क्स के सामाजिक स्तरीकरण का सिद्धान्त मार्क्स की वर्ग व्यवस्था पर आधारित है। मार्क्स ने समाज में आर्थिक आधार पर दो वर्ग की विवेचना की है। एक तो वे जिसका उत्पादन के साधनों तथा पूँजी पर अधिकार होता है, इन्हें मार्क्स ने पूँजीपति वर्ग कहा। दूसरे वे … Read more

# वर्ग-संघर्ष के सिद्धान्त : कार्ल मार्क्स | Karl Marx ke Varg Sangharsh ka Siddhant

वर्ग-संघर्ष के सिद्धान्त : मार्क्स ने समाज में पाये जाने वाले वर्गभेद को अपनी विवेचना का प्रमुख आधार माना है। सच तो यह है कि उसके द्वारा प्रतिपादित ऐतिहासिक, भौतिकवाद और द्वन्द्वात्मक भौतिकवाद के सिद्धान्त वर्ग व वर्ग-संघर्ष की धारणा पर ही आधारित हैं। वर्ग-संघर्ष की अवधारणा मार्क्स के महत्वपूर्ण विचारों में एक है। मार्क्स … Read more

# भारतीय संघीय संविधान के आवश्यक तत्व | Essential Elements of the Indian Federal Constitution

भारतीय संघीय संविधान के आवश्यक तत्व : भारतीय संविधान एक परिसंघीय संविधान है। परिसंघीय सिद्धान्त के अन्तर्गत संघ और इकाइयों में शक्तियों का विभाजन होता है और यह विभाजन ऐसी रीति से किया जाता है जिससे प्रत्येक अपने क्षेत्र में पूर्णतया “स्वतंत्र” हों और साथ ही साथ एक-दूसरे के सहयोगी भी हों, न कि एक-दूसरे … Read more

# वर्ग-संघर्ष के कारक/कारण : कार्ल मार्क्स | Factors/Causes of Class Struggle

वर्ग-संघर्ष (Class Struggle) : वर्ग-संघर्ष की अवधारणा मार्क्स के महत्वपूर्ण विचारों में एक है। मार्क्स ने वर्ग-संघर्ष की अवधारणा ऑगस्टिन थोरे से ली थी, किन्तु इसकी पूर्ण विवेचना मार्क्स ने ही की। मार्क्स यह मानते हैं कि इतिहास के प्रत्येक युग और प्रत्येक समाज में सदैव दो विरोधी वर्ग रहे हैं- शोषक और शोषित वर्ग … Read more

# सांस्कृतिक विलम्बना : अर्थ, परिभाषा | सांस्कृतिक विलम्बना के कारण | Sanskritik Vilambana

समाजशास्त्री डब्ल्यू. एफ. आगबर्न ने अपनी पुस्तक ‘Social Change‘ में सर्वप्रथम ‘Cultural lag‘ शब्द का प्रयोग किया। इन्होंने संस्कृति के दो पहलू भौतिक (Material) तथा अभौतिक (Nonmaterial) को माना है। प्रायः यह देखा जाता है कि अभौतिक अंश भौतिक से पिछड़ जाता है। इसे ही सांस्कृतिक विलम्बना या ‘पश्चायन’ कहते हैं। आगबर्न तथा निमकॉफ ने … Read more

# सामाजिक परिवर्तन के प्रमुख कारक (कारण) | Main Factors of Social Change

सामाजिक परिवर्तन के प्रमुख कारक (कारण) : किसी भी समाज में परिवर्तन बिना कारण के नहीं होता बल्कि सामाजिक परिवर्तन के पीछे कोई न कोई कारण अवश्य होता है, यह कारण एक न होकर अनेक होते हैं। इन्हीं एक या अनेक कारणों से सामाजिक परिवर्तन की प्रक्रिया निरन्तर क्रियाशील रहती है। सामाजिक परिवर्तन के प्रमुख कारण/कारक सामाजिक … Read more