# सामाजिक स्तरीकरण का अर्थ, परिभाषा, विशेषताएं, प्रकार्य या महत्व एवं प्रमुख आधार

स्तरीकरण का अर्थ एवं परिभाषाएं : सामान्य अर्थ में स्तरीकरण का तात्पर्य, “उन स्तरों से होता है, जिनमें समाज के सम्पूर्ण सदस्यों को उच्च या निम्न स्थिति में विभक्त कर दिया जाता है। जब यह विभाजन समाज द्वारा स्वीकृत होता है तो इसे सामाजिक स्तरीकरण कहा जाता है।” इस प्रकार स्पष्ट हैं कि “सामाजिक स्तरीकरण … Read more

# व्यावहारिक समाजशास्त्र : अर्थ, परिभाषा, उपयोगिता एवं महत्व (Vyavaharik Samajshastra)

व्यावहारिक समाजशास्त्र : व्यावहारिक समाजशास्त्र के समर्थक समाजशास्त्र में व्यावहारिक शोध करने पर बल देते हैं, व्यावहारिक शोध ज्ञान प्राप्ति से सम्बन्धित न होकर प्राप्त ज्ञान को व्यावहारिक जीवन में लागू करने पर बल देता है। यह सामाजिक व्यवहार को समझने तथा सामाजिक व्याधिकीय अथवा विघटनकारी समस्याओं को समझने से सम्बन्धित होता है अर्थात्‌ इसका … Read more

# समाजशास्त्र का महत्व, उपयोगिता | Samajshastra ka Mahatva, Upyogita

मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। समाज और व्यक्ति के पारस्परिक सम्बन्धों का विवेचन अनेक दृष्टिकोणों से विभिन्न विद्वानों ने किया है, इन सब ने विज्ञान के एक ही तथ्य पर एकमत किया हैं कि समाज के बिना मनुष्य का कोई अस्तित्व नहीं है और मनुष्य के बिना समाज का आधार ही नहीं है। समाजशास्त्र पहला … Read more

# छत्तीसगढ़ के प्रमुख लोक चित्रकला (Chhattisgarh Ke Lok Chitrakala)

छत्तीसगढ़ के प्रमुख लोक चित्रकला : छत्तीसगढ़ में लोक चित्रकला की एक समृद्ध परंपरा प्रचलित है। यहां अनेक प्रकार के चित्रांकन विभिन्न अवसरों या त्यौहारों पर किए जाते हैं। मुख्य रूप से यहां के लोक चित्रकला को दो भागों में बांटा जा सकता है – दीवारों की रंगाई पूर्वानुकूल चित्र # दीवारों की रंगाई छत्तीसगढ़ … Read more

# समाजशास्त्रीय सिद्धान्त : अर्थ, परिभाषा, विशेषताएं (Sociological Theory)

समाजशास्त्रीय सिद्धान्त : प्रत्येक विषय वैज्ञानिक अनुसन्धान द्वारा अपनी विषय-वस्तु से सम्बन्धित तथ्यों को यथार्थ रूप में समझने का प्रयास करता है तथा इन तथ्यों को परस्पर सम्बन्धित करके सार्वभौमिक नियमों या सिद्धान्तों का निर्माण करने का प्रयास करता है। समाजशास्त्र भी इसमें कोई अपवाद नहीं है। समाजशास्त्रीय सिद्धान्त समाज, सामाजिक सम्बन्धों तथा सामाजिक व्यवहार … Read more

# वैज्ञानिक भावना से तात्पर्य, प्रमुख विशेषताएं (Main Features of Scientific Spirit)

अनुसन्धान कार्य में केवल विषय से सम्बन्धित ज्ञान व सामग्री का ही महत्वपूर्ण स्थान नहीं है। जब तक एक वैज्ञानिक की वैज्ञानिक पद्धति के प्रति कोई रुचि न हो, तब तक वह अनुसन्धान कार्य में कोई सफलता प्राप्त नहीं कर सकता। विज्ञान के प्रति रुचि रखने की तथा वैज्ञानिक पद्धति के अनुसार खोज करने की … Read more