# भारत में बढ़ती जनसंख्या के कारण | जनसंख्या नियन्त्रण के उपाय | Reasons of Population Growth in India in Hindi

भारत में बढ़ती जनसंख्या के कारण : किसी देश के आर्थिक एवं सामाजिक विकास में वहाँ की जनसंख्या या जनशक्ति का पर्याप्त योगदान होता है, किन्तु यह आवश्यक नहीं है कि जनसंख्या में वृद्धि होने पर आर्थिक विकास में भी प्रगति हो। दुर्भाग्य की बात है कि भारत की जनशक्ति वरदान बनने की अपेक्षा अभिशाप … Read more

# धारणीय (सतत्) विकास क्या है? | Indicators of Sustainable Development

धारणीय (सतत्) विकास : धारणीय विकास से तात्पर्य ऐसे विकास से है, जो वर्तमान की जरूरतों को पूरा करते हुए भी भविष्य की पीढ़ियों की इन आवश्यकताओं की पूर्ति की क्षमता के साथ समझौता नहीं करता हो। इसके अन्तर्गत दो केन्द्रीय संकल्पनाएँ समाहित होती है- आवश्यकताओं की संकल्पना, विशेषकर विश्व के गरीबों की आधारभूत आवश्यकताएँ, … Read more

# लोक-कल्याणकारी राज्य : अर्थ, परिभाषा, विशेषताएं, प्रमुख कार्य, आलोचनाएं | Lok Kalyankari Rajya

लोक-कल्याणकारी राज्य का अर्थ : लोक-कल्याणकारी राज्य का तात्पर्य अपनी सम्पूर्ण जनता का सर्वांगीण विकास करना तथा लोकहित करना है। लोकहित से तात्पर्य राजनीतिक, सामाजिक एवं आर्थिक दृष्टि से व्यक्ति की अवसर की असमानता को दूर कर उसकी साधारण आवश्यकताओं की पूर्ति की व्यवस्था करना होता है। इस व्यवस्था का उद्देश्य किसी समुदाय विशेष, वर्ग … Read more

# न्याय का स्वतन्त्रता तथा समानता से सम्बन्ध | The Relationship of Justice to Liberty And Equality

न्याय का स्वतन्त्रता तथा समानता से सम्बन्ध : न्याय का स्वतन्त्रता तथा समानता से प्रगाढ़ सम्बन्ध है। कभी-कभी तो ऐसा प्रतीत होता है कि स्वतन्त्रता अथवा समानता ही न्याय है। न्याय, स्वतन्त्रता तथा समानता परस्पर एक-दूसरे के आधार हैं। स्वतन्त्रता तथा समानताविहीन समाज को न्यायहीन समझा जाता है। अतः कहा जा सकता है कि स्वतन्त्रता एवं समानता का सामाजिक … Read more

# समानता और स्वतन्त्रता में सम्बन्ध | Relationship Between Equality and Liberty

समानता और स्वतन्त्रता का सम्बन्ध : स्वतन्त्रता व समानता के सम्बन्ध की त्रुटिपूर्ण धारणा : दोनों परस्पर विरोधी हैं- समानता और स्वतन्त्रता के पारस्परिक सम्बन्ध के विषय में विद्वानों में मतभेद हैं। इस सम्बन्ध में एक मत है कि समानता और स्वतन्त्रता परस्पर विरोधी हैं। लार्ड एक्टन ने इस सम्बन्ध में कहा है, “समानता की भावना … Read more

# लोक प्रशासन का महत्व | Significance of Public Administration

लोक प्रशासन का महत्व : लोक प्रशासन का महत्व आधुनिक राज्य में उसकी बढ़ती भूमिका के तहत निरन्तर बढ़ता जा रहा है। प्राचीन काल में जिसे हम राज्य की प्रारम्भिक अवस्था कहते हैं, में राज्य के तीन कार्य थे- पहला राज्य पर बाहर से होने वाले आक्रमणों को रोकना, दूसरा आन्तरिक शान्ति बनाये रखना तथा … Read more