# मैक्स वेबर के व्याख्यात्मक अवधारणा (सामाजिक क्रिया तथा आदर्श प्रारूप)
मैक्स वेबर के व्याख्यात्मक अवधारणा : समाजशास्त्रीय विश्लेषण मे जर्मन के समाजशास्त्री मैक्स वेबर का एक महत्वपूर्ण स्थान है। मैक्स वेबर (1864–1920) का स्थान समाजशास्त्र में एक…
# कार्ल मार्क्स का संघर्षवादी सिद्धांत (द्वन्दात्मक भौतिकवाद) | Sangharshvaadi Siddhant
कार्ल मार्क्स का संघर्षवादी सिद्धांत : समाजशास्त्र में सामाजिक परिवर्तन की व्याख्या संघर्ष से जुड़े अवधारणाओं को लेकर भी की जाती है। संघर्षवादी विचारकों में जर्मनी के…
# दुर्खीम के प्रकार्यवाद का सिद्धांत (Durkheim Ke PrakaryaVaad Ka Siddhant)
दुर्खीम के प्रकार्यवाद का सिद्धांत : समाजशास्त्र में प्रत्यक्षवाद के साथ ही साथ प्रकार्यवादी सोच का एक विशेष स्थान रहा है। प्रकार्यवादी सोच को विकसित करने वाले…
# संस्था एवं संस्थाओं के महत्वपूर्ण लक्षण | Sanstha Ke Lakshan
संस्था शब्द से अभिप्राय व्यवस्थित सामाजिक व्यवहार से है जिसे समाज में रहकर व्यक्ति सदा नियंत्रित करता है। सामाजिक व्यवहार को एक खास तरीके से नियंत्रित किया…
# उन्मुखीकरण कार्यक्रम क्या है? | Unmukhikaran Karyakram
उन्मुखीकरण कार्यक्रम : उन्मुखीकरण कार्यक्रम किसी भी संस्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस कार्यक्रम को रखने का उद्देश्य एक अज्ञात वातावरण एवं उसके कार्यों और बुनियादी ढांचे…
# राजनीतिक समाजशास्त्र की विषय-वस्तु | Rajnitik Samajshastra Ki Vishay Vastu
राजनीतिक समाजशास्त्र की विषय-वस्तु : किसी भी विषय की विषय-वस्तु निर्धारित करना कठिन कार्य है। यह कठिनाई राजनीतिक समाजशास्त्र जैसे नवीन विषय में जोकि अभी तक अपनी…