# सामाजिक घटनाओं की प्रकृति एवं वैज्ञानिक पद्धतियों का उपयोग (Nature of Social Phenomena and uses of Scintific Method)

प्रायः प्राकृतिक वैज्ञानिकों की यह मान्यता होती है कि ‘वैज्ञानिक पद्धति’ सामाजिक घटनाओं या मानव-समाज के अध्ययन के लिए प्रयुक्त नहीं हो सकती है। उनकी इस धारणा…

# सामाजिक अनुसंधान में वैज्ञानिक पद्धति का उपयोग (Use of Scientific Method in Social Research)

सामाजिक अनुसंधान में वैज्ञानिक पद्धति का उपयोग : कुछ लोगों का कथन है कि सामाजिक अनुसंधान को वैज्ञानिक नहीं माना जा सकता क्योंकि सामाजिक घटनाओं की प्रकृति…

# सामाजिक अनुसंधान के प्रमुख चरण (Samajik Anusandhan Ke Pramukh Charan)

सामाजिक अनुसंधान का सम्बन्ध सामाजिक वास्तविकता से है। इसका उद्देश्य सामाजिक वास्तविकता को क्रमबद्ध वस्तुनिष्ठ रूप से समझना है। अनुसन्धान का अर्थ पुनः खोज करने के अतिरिक्त किसी…

# डॉ. राधा कमल मुखर्जी का सामाजिक मूल्य सिद्धांत | सामाजिक मूल्य की परिभाषा, प्रकृति/विशेषताएं, उद्भव, सोपान या संस्तरण, अवमूल्य

सामाजिक मूल्यों का सिद्धान्त : समाजशास्त्रीय विचारधारा के क्षेत्र में डॉ. राधा कमल मुखर्जी ने अपने सामाजिक मूल्यों के सिद्धान्त का प्रतिपादन करके समाजशास्त्रीय जगत में महान…

# समाजशास्त्र की वैज्ञानिक प्रकृति के विरुद्ध आपत्तियां / आलोचनाएं | Some Objections Against the Sociology

यहां हम समाजशास्त्र की वैज्ञानिक प्रकृति के विरुद्ध कुछ आपत्तियां/आलोचनाएं/आरोप/कमी के बारे जानेंगे। Read More : समाजशास्त्र की वैज्ञानिक/वास्तविक प्रकृति. समाजशास्त्र की वैज्ञानिक प्रकृति के विरुद्ध कुछ…

# समाजशास्त्र की वैज्ञानिक प्रकृति | Scientific Nature of Sociology | Samajshastra Ki Vaigyanik Prakriti

समाजशास्त्र की वैज्ञानिक प्रकृति : मैक्स वेबर (Max Weber) के शब्दों में, – “समाजशास्त्र एक विज्ञान है। यह सामाजिक कार्यों की व्याख्या करते हुए इनको स्पष्ट करने…