# महाजनपद कालीन छत्तीसगढ़ | प्राचीन छत्तीसगढ़ : छत्तीसगढ़ इतिहास | Mahajanpad Kalin Chhattisgarh

महाजनपद कालीन छत्तीसगढ़ (Mahajanpad Kalin Chhattisgarh) छठी शताब्दी ई. पू. के लगभग उत्तर भारत में सोलह महाजनपद स्थापित थे, जिसका वर्णन बौद्ध धर्मग्रंथ (अंगुत्तर निकाय), जैन धर्मग्रंथ और पुराणों में मिलता है। इनमें से मध्यप्रदेश के इतिहास से संबंधित जनपद “चेदि” और “अवंती” थे। चेदि की राजधानी सोत्थिवती अथवा महाभारत के अनुसार “शुक्तिमती” थी। यह … Read more

# गुप्त कालीन छत्तीसगढ़ | छत्तीसगढ़ में गुप्त साम्राज्य – छत्तीसगढ़ इतिहास | Chhattisgarh Me Gupta Samrajya

गुप्त कालीन छत्तीसगढ़ : छत्तीसगढ़ में गुप्त साम्राज्य तीसरी शताब्दी के अंत तक और चौथी शताब्दी के प्रारंभ में उत्तर भारत में कोई राजनीतिक शक्ति नहीं थी। पूरा देश कई छोटे-छोटे नृपतंत्रो और प्रजातंत्र राज्यों में बंट गया था, ऐसी परिस्थिति का लाभ उठाकर साकेत प्रयाग क्षेत्र के आसपास श्री गुप्त नामक राजा ने एक … Read more

# रतनपुर शाखा : कल्चुरि वंश | कल्चुरि वंश की रतनपुर शाखा | Ratanpur Shakha Kalchuri Vansh

रतनपुर शाखा : कल्चुरि वंश (Ratanpur Shakha Kalchuri Vansh) वामराजदेव त्रिपुरी के कल्चुरि राज्य का संस्थापक था, किंतु स्थायी रूप से राजधानी स्थापित करने का श्रेय कोकल्लदेव प्रथम (875 – 900 ई.) को दिया जाता है। त्रिपुरी के कल्चुरियों ने लगभग नौवीं शताब्दी के अंत तक छत्तीसगढ़ (दक्षिण कोसल) में अपनी सत्ता स्थापित करने में … Read more

# मौर्य कालीन छत्तीसगढ़ | छत्तीसगढ़ में मौर्य काल – छत्तीसगढ़ इतिहास | Mourya Kalin Chhattisgarh

छत्तीसगढ़ में मौर्य काल (Mourya Kalin Chhattisgarh) भारतीय इतिहास में मौर्यकाल का महत्वपूर्ण स्थान रहा है। इसी वंश के सम्राट चन्द्रगुप्त को भारत का प्रथम ऐतिहासिक सम्राट होने का गौरव प्राप्त है। चन्द्रगुप्त के पश्चात उसका पुत्र बिंदुसार सिंहासन पर बैठा, उसने अपने राज्य की सीमा दक्षिण की ओर बढ़ाई। जब उसका पुत्र अशोक ई. … Read more

# कल्चुरि राजवंश : छत्तीसगढ़ | छत्तीसगढ़ में कल्चुरि वंश | Kalchuri Vansh In Chhattisgarh

कल्चुरि राजवंश : छत्तीसगढ़ (छत्तीसगढ़ में कल्चुरि वंश) ईसवी सन्‌ 875 के लगभग कलचुरि वंश के प्रवर्तक कोकल्लदेव के राजत्व का पता लगता है, इसके पूर्व कलचुरियों का क्या इतिहास था यह विषय अनिश्चित तथा विवादपूर्ण है। कल्चुरि शासक अपने आपको हैह्यवंशी भी कहते थे, इनकी राजधानी माहिष्मती थी। इस नगरी का नाम “माहिष्मती” संस्थापक … Read more

# प्रागैतिहासिक कालीन छत्तीसगढ़, प्राचीन छत्तीसगढ़ – छत्तीसगढ़ इतिहास | Prehistoric Times In Chhattisgarh

प्रागैतिहासिक कालीन छत्तीसगढ़ (Prehistoric Times In Chhattisgarh) वर्तमान छत्तीसगढ़ प्रागैतिहासिक काल से ही मानव आवास का क्षेत्र रहा है। इस कालखंड के कोई लिखित साक्ष्य उपलब्ध नहीं है, लेकिन इस समय के पुरातात्विक साधन जैसे शैलचित्र, औजार आदि इसका प्रमाण देते है। पूर्व पाषाण युग के औजार महानदी घाटी तथा रायगढ़ जिला के सिंघनपुर गुफाओं … Read more