# भाषा व्यक्ति के लिये क्यों आवश्यक है | भाषा का महत्व / आवश्यकता

भाषा का महत्व एवं आवश्यकता : सामान्य रूप से भाषा एवं व्यक्ति के सम्बन्ध को महत्वपूर्ण रूप में नहीं देखा जाता। किसी व्यक्ति से मिलने के पश्चात्…

# समाजशास्त्र का अर्थ, परिभाषा, विशेषताएं (Samajshastra Ka Arth Paribhasha)

समाजशास्त्र का अर्थ : समाजशास्त्र (Sociology) शब्द लैटिन भाषा के “सोशियस” (Socius) और ग्रीक भाषा के “लोगस” (Logos) शब्द से मिलकर बना है। जिसका शाब्दिक अर्थ “समाज…

# स्थिति एवं भूमिका की व्याख्या कीजिए? (Status And Role Explained)

स्थिति एवं भूमिका : स्थिति तथा भूमिका, समाजशास्त्र में सामाजिक संबंधों के अध्ययन के एक खास विषय है। समाज में मनुष्य की विभिन्न क्रियाओं का अध्ययन किया…

# मैक्स वेबर के व्याख्यात्मक अवधारणा (सामाजिक क्रिया तथा आदर्श प्रारूप)

मैक्स वेबर के व्याख्यात्मक अवधारणा : समाजशास्त्रीय विश्लेषण मे जर्मन के समाजशास्त्री मैक्स वेबर का एक महत्वपूर्ण स्थान है। मैक्स वेबर (1864–1920) का स्थान समाजशास्त्र में एक…

# कार्ल मार्क्स का संघर्षवादी सिद्धांत (द्वन्दात्मक भौतिकवाद) | Sangharshvaadi Siddhant

कार्ल मार्क्स का संघर्षवादी सिद्धांत : समाजशास्त्र में सामाजिक परिवर्तन की व्याख्या संघर्ष से जुड़े अवधारणाओं को लेकर भी की जाती है। संघर्षवादी विचारकों में जर्मनी के…

# दुर्खीम के प्रकार्यवाद का सिद्धांत (Durkheim Ke PrakaryaVaad Ka Siddhant)

दुर्खीम के प्रकार्यवाद का सिद्धांत : समाजशास्त्र में प्रत्यक्षवाद के साथ ही साथ प्रकार्यवादी सोच का एक विशेष स्थान रहा है। प्रकार्यवादी सोच को विकसित करने वाले…