# सामाजिक परिवर्तन पर गाँधीवादी विचारधारा (गाँधीवादी सिद्धान्त) | Gandhian Theory on Social Change
परिवर्तन प्रकृति का नियम है। समाज और राज्य में परिवर्तन होते रहते हैं। यह प्रक्रिया अविचल गति से चलती रहती है। अतएव राजनीतिक-सामाजिक चिन्तकों के लिए यह विषय विचारणीय रहा है कि परिवर्तन के नियम क्या हैं, परिवर्तन में मनुष्य की क्या भूमिका है, परिवर्तन की गति, उसका लक्ष्य क्या है? इस सभी प्रश्नों पर … Read more