# राज्य की उत्पत्ति के दैवी सिद्धान्त की व्याख्या | The Divine Theory of Origin of the State

राज्य की उत्पत्ति के सिद्धान्त “राजनीतिक चेतना के उदय की परिस्थितियों के विषय में हम इतिहास द्वारा बहुत कम अथवा बिल्कुल नहीं जानते। जहाँ इतिहास असफल हो…

# भंगाराम देवी : भादो जातरा उत्सव | देवी-देवताओं की जन-अदालत : केशकाल (बस्तर) | Bhangaram Devi Jatara Utsav

भंगाराम देवी की भादो जातरा उत्सव एवं जन-अदालत : सदियों से अपनी हर समस्या के लिए ग्राम देवताओं की चौखट पर मत्था टेकने वाली बस्तर की जनजातियाँ…

# भारतीय संविधान और अस्पृश्यता निवारण

भारतीय संविधान और अस्पृश्यता निवारण : किसी भी युग के निमित्त विधि मानवीय इच्छाओं की अभिव्यक्ति है। संवैधानिक विधि भी लोक वर्ग की आकांक्षाओं की अभिव्यक्ति है,…

# अनुसूचित जाति का क्या मतलब है? | Anusuchit Jati Kise Kahte Hai?

भारतीय समाज में अनेक प्रकार की सामाजिक, आर्थिक, असमानताएँ प्राचीन काल से व्याप्त रही हैं, इनमें सर्वाधिक निम्नस्तरीय असमानताएँ वर्ण व्यवस्था पर आधारित रही है। हिन्दू समाज…

# मानव अधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा-पत्र | Universal Declaration of Human Rights in Hindi

मानवीय अधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा : द्वितीय विश्व युद्ध के काल में मानव अधिकारों पर जो कुठाराघात किया गया था, उसे देखकर राजनीतिक नेताओं द्वारा मिलकर यह…

# सम्प्रभुता (राजसत्ता) की परिभाषाएं, लक्षण/विशेषताएं, विभिन्न प्रकार एवं आलोचनाएं

सम्प्रभुता (प्रभुता/राजसत्ता) राज्य के आवश्यक तत्वों में से एक महत्वपूर्ण तत्व है। इसके बिना हम उसे राज्य नहीं कह सकते। भले ही उसमें जनसंख्या, भूमि और सरकार…