# समाजशास्त्र की वैज्ञानिक प्रकृति के विरुद्ध आपत्तियां / आलोचनाएं | Some Objections Against the Sociology

यहां हम समाजशास्त्र की वैज्ञानिक प्रकृति के विरुद्ध कुछ आपत्तियां/आलोचनाएं/आरोप/कमी के बारे जानेंगे। Read More : समाजशास्त्र की वैज्ञानिक/वास्तविक प्रकृति. समाजशास्त्र की वैज्ञानिक प्रकृति के विरुद्ध कुछ आपत्तियाँ : कुछ विचारकों की मान्यता है कि प्राकृतिक विज्ञानों का लक्ष्य ‘कारण सम्बन्धी व्याख्या‘ प्रस्तुत करना है, जबकि सामाजिक, सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक विज्ञानों का लक्ष्य अर्थ का … Read more

# समाजशास्त्र की वैज्ञानिक प्रकृति | Scientific Nature of Sociology | Samajshastra Ki Vaigyanik Prakriti

समाजशास्त्र की वैज्ञानिक प्रकृति : मैक्स वेबर (Max Weber) के शब्दों में, – “समाजशास्त्र एक विज्ञान है। यह सामाजिक कार्यों की व्याख्या करते हुए इनको स्पष्ट करने का प्रयास करता है।” गिडिंग्स (Giddings) के शब्दों में, – “समाजशास्त्र समाज का वैज्ञानिक अध्ययन है।” समाजशास्त्र विज्ञान के रूप में – समाजशास्त्र अन्य विज्ञानों की तरह ही … Read more

# भारत में कुटीर उद्योग के पतन (विनाश) के कारण | Reasons for the Decline of Cottage Industry in India

कुटीर उद्योग के विनाश/पतन के कारण : भारत में उन्नीसवीं शताब्दी में महान् आर्थिक परिवर्तन हुए। इस शताब्दी में चाय, जूट व सूती वस्त्र आदि उद्योगों को विकसित करने का प्रयत्न किया गया, किन्तु यह विकास नगण्य मात्र था। अठारहवीं शताब्दी के अन्त तक ही भारत के अपने मूल उद्योग पूर्ण रूप से समाप्त हो … Read more

# जापान में मेइजी पुनर्स्थापना, आधुनिकीकरण, सुधार, कारण (Meiji Restoration, Modernization)

मेइजी पुनर्स्थापना : मेइजी पुनर्स्थापना जापान के इतिहास की अति महत्वपूर्ण घटना है। पुनर्स्थापना काल से ही आधुनिक जापान का निर्माण आरम्भ हुआ। मेईजी पुनर्स्थापना के योगदान से ही जापान में सामन्त प्रथा की समाप्ति हुई जिसके परिणामस्वरूप जापान की जो प्रगति अवरुद्ध हो गयी थी, पुनः आरम्भ हो गयी। जापान को विदेशी साम्राज्य की … Read more

# यूनानी स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख कारण और परिणाम (The Greek War of Independence)

टर्की के अधीनस्थ राज्य के रूप में यूनान एक छोटा-सा क्षेत्र था। वैसे तो अनेक राज्य टर्की की अधीनता में अत्याचारी और दमन का जीवन व्यतीत कर रहे थे, परन्तु यूनान में स्थिति कुछ विशेष थी। यूनानियों को यह अधिकार और सुविधाएँ प्राप्त थीं कि वे अपनी मर्जी से अपने धर्म का पालन करते रहे। … Read more

# भारत में औद्योगिक क्रान्ति के प्रमुख कारण एवं प्रभाव | Causes, Effects of Industrial Revolution in India

भारत में औद्योगिक क्रान्ति के कारण : इंग्लैण्ड की नीतियों के कारण भारत के कुटीर उद्योगों का पतन के साथ ही यूरोप के औद्योगिक क्रान्ति का प्रभाव भारत में हुआ। 1833 ई. में जब ईस्ट इण्डिया कम्पनी का भारत में एकाधिकार समाप्त हो गया तो ब्रिटेन की अनेक कम्पनियों एवं पूँजीपतियों ने भारत में उद्योगों … Read more