# शिक्षण संस्थाओं में आरक्षण (शिक्षा में आरक्षण) : संवैधानिक स्थिति

शिक्षण संस्थाओं में आरक्षण : प्रो० हाब्स कहते हैं, ज्ञान ही शक्ति है, (नालेज इन पावर) शिक्षा के माध्यम से ही मनुष्य अपनी दैहिक, भौतिक, आध्यात्मिक शक्तियों का विकास करते हुए आत्म विश्वास को प्राप्त करता है, मनुस्मृति में भी कहा गया है कि शिक्षा का अभाव ही शुद्रत्व का लक्षण है, शूद्र कोई जाति … Read more

# भाषा व्यक्ति के लिये क्यों आवश्यक है | भाषा का महत्व / आवश्यकता

भाषा का महत्व एवं आवश्यकता : सामान्य रूप से भाषा एवं व्यक्ति के सम्बन्ध को महत्वपूर्ण रूप में नहीं देखा जाता। किसी व्यक्ति से मिलने के पश्चात् हम कहते हैं कि इस व्यक्ति का व्यक्तित्व प्रभावशाली है। लेकिन जब इस कथन का विश्लेषण किया जाय तथा यह पता लगाने का प्रयास किया जाय कि इस … Read more

# समाजशास्त्र का अर्थ, परिभाषा, विशेषताएं (Samajshastra Ka Arth Paribhasha)

समाजशास्त्र का अर्थ : समाजशास्त्र (Sociology) शब्द लैटिन भाषा के “सोशियस” (Socius) और ग्रीक भाषा के “लोगस” (Logos) शब्द से मिलकर बना है। जिसका शाब्दिक अर्थ “समाज का विज्ञान” या “समाज का अध्ययन” है। यद्यपि विभिन्न समाजशास्त्रियों द्वारा इसकी व्याख्या सम्पूर्ण समाज का अध्ययन करने वाला विज्ञान, सामाजिक संबंधों का अध्ययन करने वाला विज्ञान, सामाजिक … Read more

# स्थिति एवं भूमिका की व्याख्या कीजिए? (Status And Role Explained)

स्थिति एवं भूमिका : स्थिति तथा भूमिका, समाजशास्त्र में सामाजिक संबंधों के अध्ययन के एक खास विषय है। समाज में मनुष्य की विभिन्न क्रियाओं का अध्ययन किया जाता है। हम अपने दैनिक जीवन में विभिन्न लोगों के साथ मिलते हैं। उनके साथ संबंध स्थापित होते हैं। संबंध को स्थापित करते समय हम व्यक्ति विशेष के … Read more

# उन्मुखीकरण कार्यक्रम क्या है? | Unmukhikaran Karyakram

उन्मुखीकरण कार्यक्रम : उन्मुखीकरण कार्यक्रम किसी भी संस्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस कार्यक्रम को रखने का उद्देश्य एक अज्ञात वातावरण एवं उसके कार्यों और बुनियादी ढांचे से परिचित कराना होता है। किसी नए लक्ष्य/कार्य प्राप्त करने की दिशा में प्रारंभिक विस्तृत जानकारी या प्रशिक्षण प्रदान कर नए प्रशिक्षार्थी या कर्मचारी को मार्गदर्शन करने की … Read more

# राजनीतिक समाजशास्त्र का विषय-क्षेत्र | Rajnitik Samajshastra Ka Vishay Kshetra

राजनीतिक समाजशास्त्र का विषय-क्षेत्र : विषय क्षेत्र : राजनीतिक समाजशास्त्र एक नया विषय है और यह राजनीति विज्ञान और समाजशास्त्र से सामग्री ग्रहण करता है, इसलिए इसका पृथक विषय-क्षेत्र निर्धारित करना एक कठिन समस्या है। यदि यह राजनीति विज्ञान की ओर झुकता है तो इसे राजनीति विज्ञान का पर्यायवाची मानने का खतरा है और यदि … Read more