# पर्यावरण के निर्माण हेतु क्रियाकलाप (पर्यावरण संरक्षण के उपाय)

पर्यावरण के निर्माण हेतु क्रियाकलाप :- वर्तमान समय में पर्यावरण को समझने उसे संतुलित एवं जन उपयोगी बनाने हेतु मनुष्य को अपना दृष्टिकोण बदलना होगा। इसी से हमें जीवन की गुणवत्ता प्राप्त हो सकती है। हमें निम्न दिशाओं में अपने क्रियाकलाप (उपाय) करने होंगे :- 1. पर्यावरण संरक्षण प्रकृति में मानवकृत पर्यावरण की स्थिति जो … Read more

# सात्मीकरण (आत्मसात्) का अर्थ एवं परिभाषाएं | Meaning & Definitions of Assimilation

सात्मीकरण (आत्मसात्) : सामाजिक प्रक्रियाओं के अध्ययन में सात्मीकरण प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण स्थान है। इस प्रक्रिया में एक समूह या व्यक्ति उस समूह की संस्कति को आत्मसात् कर लेता है, जिस समूह का वह सदस्य बनना चाहता है। इसलिए मैकाइवर तथा पेज ने सात्मीकरण की प्रक्रिया को एक सौहार्दपूर्ण प्रक्रिया बताया है, इसके सकारात्मक … Read more

# उत्तर औद्योगिक समाज की अवधारणा | Concept of post industrial society

उत्तर औद्योगिक समाज : डैनियल बेल ने इस अवधारणा को 1962 में प्रयोग किया था। इस उत्तर औद्योगिक समाज की अवधारणा अमेरिकी समाजशास्त्रियों ने ज्यादा फैलाया है। विस्तार से इस अवधारणा की व्याख्या करने वाले समाजशास्त्रियों में डैनियल बेल का नाम लिया जाता है जिन्होंने यह भविष्यवाणी की थी कि विचारधारा के अंत होने के … Read more

# प्रतिस्पर्धा क्या है? परिभाषाएं, प्रकार, विशेषताएं (Pratispardha)

प्रतिस्पर्धा : प्रतिस्पर्धा का अध्ययन समाजशास्त्रियों ने एक ऐसी प्रक्रिया के रूप में किया है जिसे यह कहा जा सकता है कि यह संघर्ष का एक रूपांतरित स्वरूप है। निःसंदेह प्रतिस्पर्धा को सामाजिक संघर्ष की एक अनवरत प्रक्रिया कही जा सकती है। प्रतिस्पर्धा में एक व्यक्ति का दूसरे व्यक्ति से परस्पर विरोधी प्रयास देखने को … Read more

# परिवार : प्रमुख कार्य एवं चुनौतियां | Modern Family Challenges

परिवार : ऑगबर्न और निम्कॉफ के अनुसार – “जब हम परिवार की कल्पना करते हैं तो हम इसे बच्चों सहित पति पत्नी के स्थाई संबंध को चित्रित करते हैं।” परिवार के प्रमुख कार्य : परिवार के कुछ ऐसे प्रमुख कार्य है जिसे परिवार जैसे संगठन के द्वारा ही पूरा किया जा सकता है और इन … Read more

# सामाजिक नियंत्रण: अर्थ, परिभाषा, प्रमुख आधार, अनुबंध

सामाजिक नियंत्रण : समाजशास्त्र में सामाजिक नियंत्रण के विभिन्न तरीकों का वर्णन किया गया है जहां एक ओर कानून को सामाजिक नियंत्रण का एक औपचारिक जरिया माना जाता है वहीं दूसरी ओर समाज में नियंत्रण की प्रक्रिया महज औपचारिक नियमों के आधार पर नहीं होती बल्कि इसके कई अनौपचारिक आधार भी होते हैं. समाजशास्त्रियों ने … Read more