# राजनीति विज्ञान की उपयोगिता/महत्व | Rajniti Vigyan Ke Mahatva | Importance of Political Science

राजनीति विज्ञान के अध्ययन की उपयोगिता/महत्व : अरस्तू मानव जीवन को नैतिक और सभ्य बनाने के लिए राजनीति विज्ञान के अध्ययन को आवश्यक समझता था। मनुष्य के जीवन में राजनीति विज्ञान के अध्ययन के महत्व को नकारा नहीं जा सकता है। संक्षेप में, राजनीति विज्ञान के अध्ययन की उपयोगिता निम्नवत् है – 1. मानव अधिकारों … Read more

# राज्य की परिभाषा व आवश्यक तत्व | राज्य के प्रमुख तत्व | Definition and essential elements of state

“राज्य एक भूमिगत समाज है जो शासक और शासितों में बँटा होता है और अपनी सीमाओं के क्षेत्र में आने वाली अन्य संस्थाओं पर सर्वोच्चता का दावा करता है।” — लास्की राज्य क्या है यह राजनीति शास्त्र का एक जटिल प्रश्न है। प्रत्येक व्यक्ति राज्य का सदस्य होता है और राज्य शब्द का प्रयोग प्रतिदिन … Read more

# परम्परागत और आधुनिक राजनीति विज्ञान में अन्तर | Difference Between Traditional and Modern Political Science

परम्परागत और आधुनिक राजनीति विज्ञान में अन्तर : राजनीति विज्ञान की परिभाषा और क्षेत्र के सम्बन्ध में परम्परागत दृष्टिकोण का प्रतिपादन ब्लंटश्ली, गैरिस, सीले, गार्नर, लास्की आदि विद्वानों द्वारा किया गया है। आधुनिक दृष्टिकोण के प्रमुख प्रतिपादक हैं- डेविड, ईस्टन, रॉबर्ट डहल, जी0ई0जी0 केटलिन, मैक्स वेबर और एच0डी0 लासवेल आदि। राजनीति विज्ञान की परिभाषा, प्रकृति … Read more

# राज्य की उत्पत्ति का ऐतिहासिक (विकासवादी) सिद्धान्त | Evolutionary Theory of Origin of the State

राज्य की उत्पत्ति का ऐतिहासिक या विकासवादी सिद्धान्त : राज्य की उत्पत्ति के सम्बन्ध में किसी भी सिद्धान्त को स्वीकार नहीं किया जा सकता। आधुनिक समय में इस बात को स्वीकार किया जाने लगा है कि राज्य का निर्माण नहीं किया गया, यह तो सतत विकास का परिणाम है। डाॅ. गार्नर ने कहा है कि … Read more

# राज्य की उत्पत्ति के शक्ति सिद्धान्त | The Power Theory of Origin of the State

राज्य की उत्पत्ति के शक्ति सिद्धान्त शक्ति सिद्धान्त के अनुसार, राज्य की उत्पत्ति का कारण शक्ति है। इस सिद्धान्त के अनुसार, राज्य और शासन शक्ति पर आश्रित हैं। शक्ति से तात्पर्य बल प्रयोग से है। जब बलवानों ने अपनी शक्ति द्वारा निर्बलों को अपने अधीन कर लिया, तब राज्य की उत्पत्ति हुई। शक्ति सिद्धान्त के … Read more

# समाजशास्त्र की विषय-वस्तु | Samajshastra Ki Vishay Vastu | Subject Matter of Sociology

समाजशास्त्र की विषय-वस्तु का वर्णन किसी भी विषय की विषय-वस्तु से तात्पर्य उन पहलुओं अथवा बातों से हैं जिनका अध्ययन उसमें किया जाता है। विषय-वस्तु का निर्धारण करना इसलिए अनिवार्य है क्योंकि किसी भी विषय में सभी पहलुओं या बातों का अध्ययन नहीं किया जा सकता। ऐसा किसी भी विषय-विशेष को अन्य विषयों से अलग … Read more