# राज्य के कार्य एवं औचित्य | State functions and justifications

राज्य के कार्य एवं औचित्य : यह सिद्ध हो चुका है कि राज्य और मानव का अटूट रिश्ता है। दोनों का एक दूसरे के बिना कोई अस्तित्व…

# जॉन आस्टिन का सम्प्रभुत्ता संबंधी सिद्धान्त | Samprabhuta Sambandhi Siddhant

जॉन आस्टिन का सम्प्रभुत्ता संबंधी सिद्धान्त सम्प्रभुत्ता की अवधारणा की सुस्पष्ट व्याख्या करने का श्रेय इंग्लैण्ड के प्रसिद्ध विधिवेत्ता जॉन आस्टिन (1790–1859) को जाता है। यह व्याख्या…

# मौलिक अधिकारों के संरक्षक (संवैधानिक उपचार) की भूमिका में सर्वोच्च न्यायालय द्वारा रिट/आदेश जारी करने की अधिकारिता

मौलिक अधिकारों के संरक्षक (संवैधानिक उपचार) की भूमिका में सर्वोच्च न्यायालय द्वारा रिट/आदेश जारी करने की अधिकारिता भारत की संवैधानिक संरचना में सर्वोच्च न्यायालय भारत के नागरिकों…

# भारतीय राजनीति में जातिवाद की भूमिका | Bharat Ki Rajniti Me Jativaad Ki Bhumika

प्रो. मोरिस जोन्स (Moris Jones) ने अपनी पुस्तक ‘भारतीय शासन और राजनीति’ में लिखा है, “शीर्षस्थ नेता भले ही जाति रहित समाज के उद्देश्य की घोषणा करे,…

# भारतीय राजनीति में धर्म की भूमिका एवं प्रभाव | धर्म और भारतीय राजनीति | Religion and Indian Politics

धर्म और भारतीय राजनीति : भारतीय समाज में तभी एकता बनी रहती है जब समाज के सभी धार्मिक समुदाय एक-दूसरे के साथ मिल-जुलकर रहें। भारतीय संस्कृति अत्यन्त…

# भारत-पाकिस्तान विभाजन के प्रमुख कारण | Bharat-Pakistan Vibhajan Ke Pramukh Karan

भारत विभाजन के कारण : द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान और उसके बाद भारत में ब्रिटेन के जितने भी प्रतिनिधिमण्डल आये, वे उन सबके प्रस्तावों को जिन्ना…