# वेबलिन के सामाजिक परिवर्तन के सिद्धांत की व्याख्या कीजिए (The Concept of Social Change)

अपने सामाजिक परिवर्तन की अवधारणा में वेब्लेन ने मनुष्य को अपनी आदतों द्वारा नियन्त्रित माना है। मनुष्य की आदतों तथा मनोवृत्तियाँ भौतिक पर्यावरण विशेषकर प्रौद्योगिकी में परिवर्तन…

# पैरेटो के अभिजात वर्ग के परिभ्रमण का सिद्धांत (Abhijaat Varg Ke Paribhraman Ka Siddhant)

पैरेटो के अनुसार सामाजिक परिवर्तन एक चक्रीय परिवर्तन है। प्रत्येक समाज में किसी न किसी आधार पर ऊँच-नीच का संस्तरण अवश्य होता है। इसमें ऊपर वाला व्यक्ति…

# ब्रिटिश भारत के किसान (कृषक) आन्दोलन : कारण एवं स्वरूप (Krishak/Kisan Aandolan)

कृषक आन्दोलन (Peasant Movements) : अंग्रेजी शासनकाल में किसानों की दशा सोचनीय थी। प्रत्येक भूमि बन्दोबस्त (Land Settlement), जो अंग्रेज करते थे, भारतीय किसानों की स्थिति को…

# बाली परब पर्व : बस्तर | Bali Parab Parv/Tihar Bastar Chhattisgarh

बस्तर क्षेत्र के पारंपरिक पर्व : बाली परब बाली परब बस्तर अंचल के हल्बी-भतरी परिवेश में मनाया जाने वाला एक विशिष्ट कोटि का आँचलिक पर्व है। यह…

# हॉब्स के सामाजिक समझौता सिद्धांत (Samajik Samjhouta Ka Siddhant)

सामाजिक समझौता सिद्धान्त : राज्य की उत्पत्ति सम्बन्धी सिद्धान्तों में सामाजिक समझौता सिद्धान्त सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। 17 वीं और 18 वीं शताब्दी में इस सिद्धान्त…

# राज्य के कार्यक्षेत्र की सीमाएं (limits of state jurisdiction)

राज्य के कार्यक्षेत्र की सीमाएं : राज्य को उसके कार्यक्षेत्र की दृष्टि से अनेक भागों में वर्गीकृत किया गया है। राज्य के कार्य उसकी प्रकृति के अनुसार…