# जिला कांकेर : छत्तीसगढ़ | Kanker District of Chhattisgarh

जिला कांकेर : छत्तीसगढ़ सामान्य परिचय – इतिहास के पन्नों में अपनी ‘कथा और गाथा’ की लम्बी कहानी लिखने के साथ जल-जंगल-जमीन-जनजाति की एक समृद्धशाली धरोहर को समेटे कांकेर जिला बस्तर अंचल की सबसे विकसित जिला है। मराठी लोक संस्कृति से पल्लवित पश्चिमी छोर अबुझमाड़ के घने वादियों से विभूषित है। वर्तमान सभ्यता के बुनियाद … Read more

# जिला नारायणपुर : छत्तीसगढ़ | Narayanpur District of Chhattisgarh

जिला नारायणपुर : छत्तीसगढ़ सामान्य परिचय – आदिवासी देवता नारायण देव का उपहार यह जिला अबुझमाड़ संस्कृति एवं प्रकृति के कारण विश्व स्तर पर पृथक पहचान रखता है। प्रकृति प्रेमी, भौगोलिक अन्वेषणकर्ता, मानव शास्त्री सबके लिए रहस्य एवं रोमांच का कारण बना हुआ है। वर्तमान समाचार पत्र एवं मिडिया जगत में माओवादी लाल आतंक के … Read more

# जिला बीजापुर : छत्तीसगढ़ | Bijapur District of Chhattisgarh

जिला बीजापुर : छत्तीसगढ़ सामान्य परिचय – सिंग बाजा, बाइसनहार्न माड़िया की अनुठा संस्कृति की यह भूमि इंद्रावती नदी की पावन आंचल में स्थित है। इस जिला की प्राकृतिक परिवेश तेलगु-मराठी लोक संस्कृति से प्रभावित है। सुदूर वनांचल में स्थित यह जिला प्रकृति का अद्वितीय उपहार है। नदी-घाटियां एवं झरनों के बीच वन्यजीवों का अखाड़ा … Read more

# जिला सुकमा : छत्तीसगढ़ | Sukma District of Chhattisgarh

जिला सुकमा : छत्तीसगढ़ सामान्य परिचय – सुकमा जिला छत्तीसगढ़ के दक्षिणतम छोर में स्थित है। पिछड़ापन और नक्सलवाद के आतंक में सिमटे यह जिला, प्रकृति के अप्रतिम सौंदर्य और आदिवासी संस्कृति के हृदयस्पर्शी का प्रमुख केन्द्र है। इस जिले में सर्वाधिक मात्रा में टिन अयस्क उपलब्ध है। सामान्य जानकारी – गठन – 1 जनवरी 2012 … Read more

# जिला बलौदाबाजार : छत्तीसगढ़ | Baloda Bazar District of Chhattisgarh

जिला बलौदाबाजार : छत्तीसगढ़ सामान्य परिचय – सतनाम पंथ की अमर भूमि, वीरों की धरती बलौदाबाजार-भाटापारा एक नवगठित जिला है। जनवरी 2012 में रायपुर से अलग कर इस जिले का गठन किया गया। यह एक भूआवेष्ठित जिला है, जिसकी सीमा सर्वाधिक 7 जिलों को स्पर्श करती है। गुरू घासीदास की जन्म भूमि, तपोभूमि, वीर नारायण … Read more

# जिला महासमुंद : छत्तीसगढ़ | Mahasamund District of Chhattisgarh

जिला महासमुंद : छत्तीसगढ़ सामान्य परिचय – उड़िया-लरिया संस्कृति के कलेवर से सुसज्जित पावन धरा की पौराणिक, ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक आयाम जितना सशक्त है, रत्नगर्भा, उर्वर धरा इसकी आर्थिक समृद्धि का आधार है। महानदी की पूर्वांचल में स्थित इस जिले की द्वापर युगीन स्थल सिरपुर एवं खल्लारी (खल्लवाटिका) इसकी प्राचीनता की कहानी कहती है, वहीं … Read more