ब्रिटिश संविधान की प्रकृति, स्वरूप :
ब्रिटिश संविधान की प्रकृति अद्वितीय है। इसे भारत या संयुक्त राज्य अमेरिका के संविधान की तरह निर्मित संविधान नहीं माना जा सकता। अन्य देशों के विपरीत, यह एक अलिखित संविधान है। इंग्लैंड का संविधान किसी एक लिखित दस्तावेज़ में मौजूद नहीं है, बल्कि रीति-रिवाजों और परंपराओं के माध्यम से विकसित हुआ है। ब्रिटिश नागरिक अपने अलिखित संविधान के प्रति उतनी ही श्रद्धा रखते हैं, जितनी अन्य देशों के लोग अपने लिखित संविधानों के प्रति रखते हैं। ब्रिटिश संविधान किसी विशेष समय पर, किसी संविधान सभा द्वारा नहीं बनाया गया था। इसका विकास क्रमिक रूप से हुआ है। यह समय के साथ बदलते हुए परिस्थितियों के अनुकूल ढलने वाला एक जीवंत संविधान है, इसीलिए इसे लिस स्ट्रेची ने ‘संयोग और विवेक का शिशु‘ कहा है।
# अधिक जानें :
1. ब्रिटिश संविधान का विकास क्रम.