# यूनानी स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख कारण और परिणाम (The Greek War of Independence)

टर्की के अधीनस्थ राज्य के रूप में यूनान एक छोटा-सा क्षेत्र था। वैसे तो अनेक राज्य टर्की की अधीनता में अत्याचारी और दमन का जीवन व्यतीत कर रहे थे, परन्तु यूनान में स्थिति कुछ विशेष थी। यूनानियों को यह अधिकार और सुविधाएँ प्राप्त थीं कि वे अपनी मर्जी से अपने धर्म का पालन करते रहे। … Read more

# भारत में औद्योगिक क्रान्ति के प्रमुख कारण एवं प्रभाव | Causes, Effects of Industrial Revolution in India

भारत में औद्योगिक क्रान्ति के कारण : इंग्लैण्ड की नीतियों के कारण भारत के कुटीर उद्योगों का पतन के साथ ही यूरोप के औद्योगिक क्रान्ति का प्रभाव भारत में हुआ। 1833 ई. में जब ईस्ट इण्डिया कम्पनी का भारत में एकाधिकार समाप्त हो गया तो ब्रिटेन की अनेक कम्पनियों एवं पूँजीपतियों ने भारत में उद्योगों … Read more

# इंग्लैंड (ब्रिटेन) में औद्योगिक क्रान्ति के प्रमुख कारण, प्रभाव एवं परिणाम | England Me Audyogik Kranti

इंग्लैंड (ब्रिटेन) में औद्योगिक क्रान्ति : 18वीं शताब्दी के द्वितीय अर्द्धभाग और 19वीं शताब्दी के आरम्भ में इंग्लैण्ड के शिल्प और उद्योग-धन्धों में परिवर्तन हुए। औद्योगिक क्रान्ति का इस्तेमाल इन सभी परिवर्तनों के लिए किया गया। ब्रिटिश अर्थव्यवस्था में परिवर्तन- 18वीं शताब्दी के पूर्वार्द्ध में कृषि क्रान्ति का श्रीगणेश हुआ। उत्तरार्द्ध में औद्योगिक क्रान्ति हुई। … Read more

# महालवाड़ी भू-राजस्व प्रणाली : व्यवस्था, स्वरूप, विशेषताएं, गुण एवं दोष | The Mahalwari Settlement

महालवाड़ी भू-राजस्व प्रणाली : पृष्ठभूमि : उत्तर-पश्चिमी प्रान्त तथा अवध जिसे कि वर्तमान समय में उत्तर प्रदेश कहा जाता है अंग्रेजों के अधीन शनैः-शनैः आया था। 1801 ई. में अवध के नवाब द्वारा अभ्यर्पित जिले (इलाहाबाद एवं उसके आस-पास के क्षेत्र) कम्पनी को प्रदत्त कर दिए गए। यमुना एवं गंगा के मध्य का भू-भाग द्वितीय आंग्ल-मराठा … Read more

# लार्ड कॉर्नवालिस की स्थायी बन्दोबस्त : कारण, गुण एवं दोष | Sthai Bandobast | Permanent Settlement

स्थायी बन्दोबस्त व्यवस्था : लार्ड वारेन हेस्टिंग्ज ने जमींदारों के साथ पाँच वर्षीय बन्दोबस्त किया था। चूंकि यह व्यवस्था अनेक दृष्टियों से दोषपूर्ण था। इस व्यवस्था में सबसे अधिक कर देने वाले जमींदार या ठेकेदार को पाँच वर्ष के लिए भूमि दे दी जाती थी। जोतने वाले किसान को सदैव इस बात का भय बना … Read more

# आंग्ल-फ्रांसीसी संघर्ष (कर्नाटक का युद्ध) : अंग्रेजों की सफलता तथा फ्रांसीसियों की असफलता के प्रमुख कारण | Karnataka Yudh

दक्षिण भारत में आंग्ल-फ्रांसीसी संघर्ष : भारत में यूरोपीय जातियाँ मुख्यतः व्यापारिक उद्देश्यों से आई थी, परन्तु तत्कालीन राजनीतिक एवं आर्थिक परिस्थितियों के कारण उनमें संघर्ष आरम्भ हो गये। उनकी दृष्टि में व्यापारिक हितों की तुलना में राजनीतिक उद्देश्य महत्वपूर्ण हो गये संघर्ष के कारण 18वीं शताब्दी में दक्षिण भारत में अंग्रेजों और फ्रांसीसियों के … Read more